सोमवार, 4 जुलाई 2016

भारत के महापुरुष एवम् उनके उद्गार

भारत के पाँच महापुरुष और उनकी बातें - इनका पालन करना हमारा कर्तव्य है...!!

महाराणा प्रताप :~ " किसी की दासता से कहीं अच्छा है कि उससे लड़ो , मारो , जीतो , या शहीद हो जाओ ! जीना है तो गर्व से , दासता में जीने से कहीं अच्छा है 1 पल गर्व से जीना "

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शिवाजी महाराज :~ " हिन्दू है तो हिन्दू धर्म की रक्षा कर , देश पर धर्म का राज कर , हिंदवी राज्य ही ईश्वर की इच्छा , उठा तलवार , शांति के लिये युद्ध जरुरी है, घुस कर मार "

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गुरु गोविंद सिंह  :~ " हाथ को तेल के डिब्बे में कोहनी तक डालो , फिर उस हाथ को तिल की बोरी में डालो , जितने तिल हाथ से चिपके उतनी बार भी मुस्लिम कसम खाये तो भरोसा मत करना "

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वीर सावरकर :~ " हिन्दु राष्ट्र से ही भारत का विकास  संभव ....
अगर किसी ने दूसरे गाल पर भी थप्पड मार दिया तो तीसरा गाल कहां से लाओगे ,
जुल्म सहोगे तो जुल्म एक दिन खा जायेगा "

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नाथूराम गोडसे :~ " जो तुम्हारे देश के खिलाफ बोलता है , उसे तोड़ने की बात करता है , तोड़ता है उसे मार दो  ...
धर्म से ही देश बनता है और देश के लिये प्राण लेना देना छोटी बात हैं ॥"

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फसल को बर्बाद करने के कारण नीलगाय को गोली मारने का आदेश दिया जा सकता है
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तो देश को बर्बाद करने वाले जेहादियों को गोली मारने के लिए सोच-विचार की क्या आवश्यकता है...?

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